आज के इस दौर में हर किसी को किसी ना किसी बात का चिंता तनाव जरूर होता है उपर से सब अच्छे दिखते हैं लेकिन अंदर से हर कोई परेशान जरूर है सब लोग अपने अंदर बहुत सी चिंताएं लिए घूमते हैं ऐसे में mindfulness आपकी बहुत मदद कर सकता है चिंता तनाव से दूर रहने में यदि आप mindfulness स्थिति में रहना सीख लोगे तो आप आपने जीवन में हमेशा खुश रहने वाले हैं stress anxeity इन सब से मुक्ति मिल जाएगी आप हर परिस्थिति में रहना स्वीकार करना सीख जायेंगे अब आप ये सोच रहे होंगे आखिर mindfulness क्या है तो इस आर्टिकल में आप समझ जाएंगे कि mindfulness क्या है जीवन में इसका महत्व क्या है क्या क्या इसके फायदे आपको मिलने वाले हैं ओर आपकी तनाव चिंता से मुक्त हो सके इसका भी समाधान अपने आप निकल जायेगा । और माइंडफुलनेस कैसे करे ? यह भी आप जान लेंगे ।
Mindfulness क्या है ?
माइंडफुलनेस एक ध्यान केंद्रित करने की आदत है ये एक तरह से ध्यान करने की विद्या ही है लेकिन इसमें वर्तमान काल में हो रही घटना पर ध्यान केंद्रित करते हैं इसमें हम अपने मन को वर्तमान में लाते हैं हम वो करते हैं जो हम इस समय कर रहे होते हैं अपना ध्यान इस समय पर लाते हैं इस समय हम क्या कर रहे होते हैं इसका संबंध वर्तमान से है इसमें हम वर्तमान भावनाओ स्तिथियों और घटनाओं के लिए जागरूक रहते हैं वो भी बिना किसी judgement के यानी जिस समय आप जो कुछ भी कर रहे हो उसी समय हो रही घटनाओं को और भावनाओ पर ध्यान केंद्रित करना । ज्यादातर लोग हर समय अपने भूतकाल को लेकर चिंतित रहते हैं यानी अभी आप जो भी कर रहे उस समय आपका मन भूतकाल में या भविष्य में चला जाता है आपके साथ जो पिछले समय कुछ हुआ है उसे लेकर चिंतित रहते हैं ओर भविष्य के लिए चिंतित रहते हैं आपका ध्यान अभी जो आप कुछ कर रहे वहा नही रहता है इसी वजह से तनाव चिंता होती रहती है
Mindfulness का सीधा सा मतलब यही है की आप अपने पिछले बीते हुए समय ओर भविष्य के बारे में सोच विचार ना कर के वर्तमान में हो रही स्थिति पर ध्यान केंद्रित करते हैं ओर मन में आ रहे विचारो को सोच विचार ना कर के स्वीकार करते हैं इससे आपका मन खुश रहता है और stress anxeity से दूर होने लगते हैं। ये एक अभ्यास है जो हमे शांत रखता है और जीवन में खुशी और सुकून भरता है।
माइंडफुलनेस किस तरह हमे स्ट्रेस चिंता और तनाव से मुक्त करता है जानिए :
माइंडफुलनेस हमे चिंता तनाव स्ट्रेस से दूर रखने में बहुत मदद करता है क्योंकि इसमें हम अपने मन को अपने ध्यान को वर्तमान काल की स्तिथि में लाते हैं हमारा पूरा ध्यान वर्तमान में हो रही घटनाओं पर केंद्रित होता है मतलब इस समय जो काम आप कर रहे हो उसी पर ध्यान केंद्रित रहता है जिससे हमे बीते समय में हमारे साथ जो हुई घटना का पछतावा और भविष्य की चिंता नही होती है इसमें हम अपने मन को वश में कर लेते हैं ओर विचारो पर नियंत्रण रखते हैं ओर वर्तमान में हो रही घटना को महसूस करते है उसका आनंद लेते हैं इससे हम अपने विचारो और अपनी भावनाओ को स्वीकार करने में सक्षम हों जाते हैं जिससे हम उन पर नियंत्रण रख सकते हैं ओर इससे हमारे मन को खुशी और सुकून मिलने लगता है हमारे स्ट्रेस का स्तर कम होता है दिमाग शांत और रिलैक्स हो जाता है । जिस पल हम जो काम कर रहे उसी पर ध्यान देने से हमे भूत भविष्य की चिंता नहीं होती है हमारा पूरा ध्यान वर्तमान घटना पर होता है।
माइंडफुलनेस कैसे करे ?
माइंडफुलनेस एक ध्यान करना ही है जैसे मेडिटेशन किया जाता है कुछ वैसे ही लेकिन मेडिटेशन को अलग से समय निकाल कर एक ही जगह किया जाता है इसको करने के लिए अभ्यास की जरूरत है इसके बाद आदत होने लगेगी इसको कैसे करे जाने
(1)सांसों पर ध्यान केंद्रित करे
अपनी सांसों पर ध्यान दे सांसों को अंदर बाहर होते हुए महसूस करते रहे इससे आपका ध्यान वर्तमान काल से जुड़ जायेगा । अगर आप सांस पर ध्यान देते हैं तो आप बाकी चिंताओं को भूल जायेंगे आपका ध्यान एक ही जगह पर रह जायेगा
रोज सुबह मेडिटेशन करे यदि आप ज्यादा व्यस्त रहते हैं फिर भी कुछ समय सुबह निकल ले ओर ध्यान करे ।
अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रित करे हैं लंबी गहरी सांस अंदर भरे बाहर छोड़े ऐसा करने से दिमाग में भी ऑक्सीजन पहुंचता है और नकारात्मक विचार आना कम हो जाते हैं ओर फोकस करने की क्षमता बढ़ जाती है।
(2) सवेदनाओ ओर आस पास के वातावरण को महसूस करे
शरीर की सभी इंद्रियों को वर्तमान स्तिथि के लिए जागरूक करे । वर्तमान में जो कुछ कर रहे हैं वहा अपनी सभी इंद्रियों को भी ध्यान में लगा दे जैसे ध्यान से सुने और ध्यान से देखे हवा धूप गर्मी सर्दी सुगंध महसूस करे लेकिन उसको लेकर कोई विचार मन में ना बनाए आस पास जो कुछ हो रहा है उसे सुनते रहे देखते रहे अपने ध्यान को वर्तमान में लगा दे ओर भावनाओ को भी वर्तमान घटना के लिए जागरूक रखे आस पास की सब चीजों ध्यान से महसूस करे उन पर ध्यान दे
(3) वर्तमान काल पर फोकस करे ।
वर्तमान में कर रहे कार्य पर एकाग्रचित रहे अपने काम पर फोकस रखे पुराने नए विचार मन में ना लाए अपने आस पास के माहौल को महसूस करते रहे और अपने काम पर ध्यान केंद्रित करे इससे आप को काम करते समय खुशी महसूस होने लगेगी
(4)विचार और भावनाओ को स्वीकार करे
यदि मन में कोई भी विचार या कोई भावना उत्पन्न हो तो उसे स्वीकार कर ले उस पर अपनी कोई टिप्पणी ना करे उसे अपनी ओर से स्वीकार कर ले उस पर और ज्यादा सोच विचार ना करे धीरे धीरे अपना ध्यान फिर से वर्तमान स्थिति में ले कर आए
इसका रोज अभ्यास करे इसको याद रखे की आपको इसका अभ्यास करते रहना है इससे आपका ध्यान पुरानी चीजों से चिंताओं से दूर होता जायेगा ।
माइंडफुलनेस के महत्व / फायदे
जीवन में जिनका बीता समय खराब गया हो या हमारा माहौल ही स्ट्रेस से भरा हुआ हो तो इससे हमारे मानसिक और भावनाओ पर हमारे हाल चाल पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है साथ ही भविष्य की चिंता भी होने लगती है पुरानी जो गलतियां है उन पर अफसोस करते रहते हैं इस तरह जीवन है माइंडफुलनेस को अपना कर हम वर्तमान में खुश रहने ओर आनंद लेने की कला सिखाता है।
Stress और anxeity से मुक्ति
Mindfulness के रोज अभ्यास से stress or anxiety se मुक्ति मिलती है क्योंकि इसमें हम वर्तमान परिस्थिति पर ध्यान देते हैं जिससे हम पुरानी बातो पर सोच विचार करना बंद कर देते हमारा पूरा ध्यान वर्तमान में रहता है और धीरे धीरे पुरानी बातो को भूलने लग जाते हैं इससे stress anxeity दोनो से मुक्ति मिल जाती है ।
Emotion well being बेहतर होता है
माइंडफुलनेस से हम अपनी भावनाओ विचारो पर नियंत्रण करना सीख जाते हैं रिलेशनशिप में भी सुधार होने लगता है
अपनी भावनाओ को प्रतिक्रिया को नियंत्रण में ले सकते क्योंकि हमे इसकी आदत होने लग जाती है पहले जो पुरानी बातो पर दुखी रहते हैं इसके अभ्यास से इन सब नियंत्रण होने लगता है और हमारे emotion well being में सुधार आता है।
दिमाग मजबूत बनता है
Mindfulness से दिमाग सही से काम करने लगता है मानसिक स्थिति मजबूत होने लगती है सोचने समझने की क्षमता बढ़ने लगती है साथ में स्मृति भी तेज होती है फैसला लेने की क्षमता में भी सुधार हो जाता है दिमाग की शक्ति बढ़ जाती है अंदर की नकारात्मकता दूर हो जाती है और दिमाग सकारात्मक हो जाता है।
Physical health पर असर
Mindfulness से जुड़ी एक्सरसाइज जो की सांस लेने ओर रिलैक्स करने की प्रक्रिया है करने से हमारी हेल्थ अच्छी होने लगती हैं इससे हमारा ब्लड प्रेशर नियंत्रण में आने लगता है
रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ने लगती है
क्रिएटिव्टी व प्रोडक्टिविटी का बढ़ना
जब हम वर्तमान काल में मुख्य काम पर ही ध्यान केंद्रित रखते हैं यानी उसी पर फोकस रखे हैं तो हम अपने कामों को बेहतर तरीके से करने लग जाते हैं ओर अपनी क्रिएटिव्टी को बढ़ाने लगते हैं माइंडफुलनेस की वजह से दिमाग और मन की शांत
ओर स्थिति से हमारी प्रोडक्टिव्टी भी बढ़ती है। अपने काम अच्छे से कर पाते हैं। पूरा ध्यान और मन एक ही जगह होता है।
Well being बेहतर होता है
Mindfulness ke अभ्यास से हमार well being में सुधार होता है इससे हमारा आत्मविश्वास का स्तर बढ़ जाता है हमे खुशी और शांति महसूस होती मन को सुकून मिलता है दिमाग भी स्थिर होता है स्मृति बढ़ती है हमारा जीवन सुखमय बन जाता है
निष्कर्ष :
सुखमय जीवन जीना है तो वर्तमान स्थिति पर ध्यान दे जैसा की बताया गया है वातावरण सांसों पर ध्यान केंद्रित रखे और दूसरे विचारो को मन में ना लाए जिस प्रकार सफर करते समय बाहर के दृश्य देखने में खो जाते हैं सब कुछ भूल जाते हैं उसी तरह mindfulness है इसका अभ्यास करते रहे आपका जीवन सुखमय होगा सुकून से भर जाएगा ।